बिहार लोक सेवा आयोग के अभ्यर्थियों पर पुलिसिया कार्रवाई को लेकर विपक्ष ने सरकार की आलोचना की

बिहार लोक सेवा आयोग के अभ्यर्थियों पर पुलिसिया कार्रवाई को लेकर विपक्ष ने सरकार की आलोचना की

70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा की दोबारा परीक्षा की मांग कर रहे बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के अभ्यर्थियों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने के बाद विपक्षी दलों ने रविवार को नीतीश कुमार सरकार पर तीखा हमला बोला। जनता दल (राजद), कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) उन लोगों में शामिल थे, जिन्होंने हजारों प्रदर्शनकारी छात्रों के खिलाफ बल प्रयोग के लिए बिहार सरकार की आलोचना की। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पुलिस कार्रवाई को गलत बताया। बीपीएससी अभ्यर्थियों का विरोध करना दुखद है और इसकी निंदा करते हैं। और उनकी स्थिति को समझ सकते हैं,'' राजद नेता ने रविवार को एक वीडियो बयान में कहा। रविवार को, पटना के गांधी मैदान में प्रदर्शन कर रहे हजारों बीपीएससी अभ्यर्थियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया गया और पानी की बौछार की गई। छात्र 70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा की दोबारा परीक्षा कराने की मांग कर रहे थे। तेजस्वी यादव ने बीपीएससी पर सिर्फ एक केंद्र के लिए प्रारंभिक परीक्षा रद्द करने पर भी सवाल उठाए, जहां कथित पेपर लीक हुआ था।'' 15-16 दिसंबर को बीपीएससी ने घोषणा की थी अगर पेपर लीक हो गया था तो सिर्फ एक ही केंद्र पर परीक्षा रद्द क्यों की जा रही है? हम भी इसका समर्थन करते हैं।'' कड़ाके की ठंड में युवाओं पर तोपें चलाईं और फिर बेरहमी से लाठीचार्ज किया। पुलिस ने किसी को भी नहीं बख्शा, वे बस लाठियां बरसाते रहे। àäïàå‡ àäµàå€àäáä¿àäïå‹ àäæàå‡àä–àä¿àä …àäªàä¹àä²àå‡ àä¬àä¿àä¹àä¾àä° àä¸à°àä•àä¾àä° àäèàå‡ àäàå€àä·àä£ àä àä‚àäá àä®àå‡àä‚ àäïàå àäµàä¾àä“àä‚ àäªàä° àäµàå‰àäŸàä° àä•àåˆàäèàä àäšàä²àäµàä¾àäïàä¾, àäëä¿àä° àä¬àå‡àä°àä¹àä®à€ àä¸àå‡ àä²àä¾àä àå€ àäšàä²àäµàä¾àäˆàåääªàå àä²àä¿àä¸ àäèàå‡ àä•àä¿àä¸àå€ àä•àå‹ àäàå€ àäèàä¹àå€àä‚ ​​àä¬àä–àä¼àå àä¶àä¾.. àä¬àä¼ àääàä°àå€àä•àå‡ àä¸àå‡ àä²àä¾àä àä¿àäïä¾àä, àä¬àä°àä¸àä¾àäàå€ àä°àä¹àå€àåää¬àä¿àä¹àä¾àä° àä®àå‡àä‚ àä¬àå‡àä°àå‹àäœàä—àä¾àä° àäïàå àäµàä¾ BPSC àäªàä°àå€àä•àå àä·àä¾ àä®àå‡àä‚ àçàä¾àä‚àäçàä²àå€ àä•àå‡ àä–àä¿àä²àä¾àäë àä•àäˆ àäæàä¿àäè àä¸àå‡ àäªàå àä°àäæä°àå àä¶àäè àä•àä° àä°àä¹àå‡ àä¹àåˆàä‚, àä¹àåˆàä‚, àä²àå‡àä•àä¿àäè… pic.twitter.com/dEV6oCvccB — कांग्रेस (@INCIndia) दिसंबर 29, 2024 “बिहार में बेरोजगार युवा कई दिनों से बीपीएससी परीक्षा में धांधली के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार सुनने को तैयार नहीं है उन्हें। सरकार को अपना अहंकार छोड़कर युवाओं से बात करनी चाहिए और उनकी मांगों को स्वीकार करना चाहिए।'' इस बीच, आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने इस पूरे मामले को ''निरंकुश सरकार की तानाशाही'' का उदाहरण बताया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जैसे व्यक्ति से अपेक्षा है àä…àäàå àäïà°àå àäåàä¿àäïàå‹àä, àäªää° àäªàå àä²àä¿àä¸ àä•àä¾ àäœàä¾àäèàä²àå‡àäµàä¾ àä²àä¾àä àå€àäšàä¾àä°àå àäœàåäää•àäˆ àäæàä¿àäèàå‹àä‚ àä¸àå‡ àä…àäèàä¶àäè àäªàä° àä¬àåˆàä àå‡ àäïàå àäµàä¾àä”àä‚ àä•àå‡ àä¸àä¾àäå àäœàä¾àäèàäµàä°àå‹àä‚ àäœàåˆàä¸àä¾ àäµàå àäïàäµä¹àä¾àä°, àäèàä¿àä°àä‚àä•àå àä¶ àä¸àä°àä•àä¾àä° àä•àå€ àääàä¾àäèàä¾àä¶àä¾àä¹àå€ àä•àä¾ àä‰àäæàä¾àä¹àä°àä£ àä¹àåˆàåää›àä¾àäàå àä° àäÆàä,àäæà‹àä²àäè àä¸àå‡ àä‰àäªàäœàå‡ àäèàå€àääàå€àä¶ àäœàå€ àäÆàäªàä¸àå‡ àä àä¸àå€ àä‰àä®àå àä®àå€àäæ àäèä¹àå€ आहाहाहाहा àä¸àä®àä¾àäçä¾àäè àä•àä°àå‹àåäääæàå‡àä¶ àä²àä¾àä àå€ àä¸àå‡ àäèä¹àå€àä‚ ​​àä¸àä‚àäµàä¾àäæ àä”àä° àä¸àä,àäµàä¿àäçàä¾àäè àä¸àå‡ àäšàä²àå‡àä—àä¾àåä pic.twitter.com/LblroTzRgQ – संजय सिंह AAP (@SanjayAzadSln) 29 दिसंबर, 2024 “बीपीएससी अभ्यर्थियों पर पुलिस द्वारा घातक लाठीचार्ज। कई दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे युवाओं के साथ जानवरों जैसा व्यवहार निरंकुश सरकार की तानाशाही का उदाहरण है। छात्र आंदोलन से जन्मे नीतीश जी. आपसे यह उम्मीद नहीं थी,'' संजय सिंह ने एक्स पर लिखा और लाठीचार्ज का एक वीडियो पोस्ट किया। उन्होंने बिहार सरकार से मांग की कि वह छात्रों की मांगों को हल करे, उन्होंने जोर देकर कहा कि ''देश लाठी से नहीं चलेगा संवाद और संविधान द्वारा”। इसके अलावा, जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने भी प्रदर्शनकारी छात्रों को अपना समर्थन दिया और बिहार की परीक्षाओं में प्रणालीगत भ्रष्टाचार को समाप्त करने का आह्वान किया। अभ्यर्थी एक सप्ताह से अधिक समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं 70वें इंटीग्रेटेड को रद्द करने की मांग प्रश्न पत्र लीक के आरोपों पर बीपीएससी द्वारा संयुक्त प्रतियोगी (प्रारंभिक) परीक्षा (सीसीई), 2024 आयोजित की गई। एएनआई से इनपुट के साथ प्रकाशित: 30 दिसंबर, 2024

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