सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में भाजपा नेता राजीव बब्बर द्वारा दायर मानहानि मामले में आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ निचली अदालत की कार्यवाही पर रोक लगाते हुए गुरुवार को अपना अंतरिम आदेश बढ़ा दिया। न्यायमूर्ति हृषिकेश रॉय और एसवीएन भट्टी की पीठ ने भी सुनवाई स्थगित कर दी। आतिशी और केजरीवाल द्वारा दायर याचिका, जिन्होंने मानहानि मामले को रद्द करने से इनकार करने वाले दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती दी थी। विशेष रूप से, बब्बर ने आप नेताओं की कथित टिप्पणियों पर मानहानि का मामला दायर किया था। मतदाताओं के नाम हटाए गए। इससे पहले कोर्ट ने दोनों नेताओं को अंतरिम राहत दी थी और निचली अदालत में चल रही सुनवाई पर रोक लगा दी थी। राजीव बब्बर के वकील ने मामले में जवाब दाखिल करने के लिए समय मांगा, जिसके बाद अदालत ने मामले को चार सप्ताह के लिए स्थगित कर दिया। उच्च न्यायालय ने कहा था कि भाजपा को बदनाम करने और अनुचित राजनीतिक लाभ हासिल करने के इरादे से लगाए गए आरोप प्रथम दृष्टया मानहानिकारक थे। इसने आतिशी, केजरीवाल और आप के पूर्व राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार गुप्ता और पार्टी नेता मनोज कुमार की उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें निचली अदालत में मानहानि के मामले को चुनौती दी गई थी।प्रकाशित: आशुतोष आचार्यप्रकाशित: 20 दिसंबर, 2024