
जवानों को उड़ाने नक्सलियों ने बिछा रखे थे खतरनाक 5 सीरियल बम, CRPF टीम ने पहले ही खोद निकाला
बीजापुर के मुदवेंडी कैंप से 2-3 किमी दूर नक्सलियों ने 5 सीरियल बम लगाए थे। गंगालूर थाना क्षेत्र में सर्चिंग के दौरान जवानों ने बमों को देखा और बम निरोधक दस्ते ने इन्हें निष्क्रिय कर दिया। यह बम जवानों के वाहनों को निशाना बनाने के लिए लगाए गए थे।By Neeraj Pandey Publish Date: Thu, 19 Dec 2024 09:40:33 PM (IST)Updated Date: Thu, 19 Dec 2024 09:44:15 PM (IST)गंगालूर थाना क्षेत्र में जवानों को सर्चिंग के दौरान बम मिले।HighLightsमुदवेंडी कैंप के पास 5 सीरियल बम मिलेबमों को जवानों ने देखा और निष्क्रिय कियावाहनों को निशाना बनाने लगाए गए थे बमनईदुनिया प्रतिनिधि, बीजापुर। जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र मुदवेंडी कैंप से 2-3 किमी दूरी पर नक्सलियों ने 5-5 किलो के 5 सीरियल बम बिछा रखे थे। गंगालूर थाना क्षेत्र में सर्चिंग के दौरान नक्सलियों के बिछाए सीरियल बम पर जवानों की नजर पड़ी, जिसके बाद तुरंत बम निरोधक दस्ता ने बमों को निष्क्रिय किया। यह सीरियल बम नक्सलियों द्वारा जवानों के वाहनों को निशाना बनाने के लिए लगाए थे।बड़ी घटना टली मुदवेंडी में सीआरपीएफ स्थापित हुए एक साल होने जा रहा है। यह इलाका घोर नक्सल प्रभावित इलाकों में जाना जाता है। जवानों की सक्रियता से बड़ी घटना टल गई तथा नक्सलियों के नापाक इरादे असफल हुए। गंगालूर थाना क्षेत्र का यह मामला है। पुलिस द्वारा इस मामले पर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। भाई ने वाहन की चाबी नहीं दी तो कीटनाशक दवा पीकर जान दे दी बीजापुर में खेत काम से घर लौटे युवा किसान रमेश की कीटनाशक जहरीली दवा पीने से मौत हो गई। रमेश खेत में अपने परिजनों के साथ काम करने गया था, वहीं पर बड़े भाई से वाहन की चाबी मांगी। चाबी नहीं मिलने से आहत रमेश ने घर में आकर कीटनाशक दवा मिलाकर पी ली, जिससे वह बेहोश रहा।परिजनों ने रमेश के बेहोश होने पर भैरमगढ़ अस्पताल लाया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद बीजापुर अस्पताल भेजा गया। बीजापुर जिला अस्पताल में गंभीर हालत पर उसे मेकाज रेफर किया गया। मेकाज में इलाज के दौरान बुधवार रात में रमेश की मौत हो गई।