Chhattisgarh Politics: कांग्रेस में होगी जोगी परिवार की वापसी… जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के विलय लिए रेणु जोगी ने लिखी चिट्ठी

Chhattisgarh Politics: कांग्रेस में होगी जोगी परिवार की वापसी… जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के विलय लिए रेणु जोगी ने लिखी चिट्ठी

छत्तीसगढ़ की राजनीति में बदलाव के संकेत हैं। खबर है कि कांग्रेस में जल्द ही जोगी परिवार की वापसी हो सकती है। प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री स्व. अजीत जोगी की बनाई पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) का कांग्रेस में विलय हो सकता है।By Arvind Dubey Publish Date: Thu, 19 Dec 2024 09:38:49 AM (IST)Updated Date: Thu, 19 Dec 2024 09:38:49 AM (IST)अजित जोगी छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री थे। 29 मई 2020 को 74 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था। (फाइल फोटो)HighLightsप्रदेश के पहले मुख्यमंत्री स्व. अजीत जोगी ने बनाई थी पार्टी पार्टी की कोर कमेटी सर्वसम्मति से ले चुकी विलय का फैसला विधानसभा और लोकसभा चुनावों में नहीं दिखा पार्टी का असरनईदुनिया . रायपुर। कांग्रेस में जल्द ही जोगी परिवार की वापसी हो सकती है। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज को पत्र लिखकर विलय का प्रस्ताव भेजा है। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रेणु जोगी ने पत्र में लिखा है कि प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री स्व. अजीत जोगी की गठित पार्टी की विचारधारा कांग्रेस की है।पार्टी की कोर कमेटी ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि पार्टी का कांग्रेस में विलय हो। सभी पदाधिकारी और सदस्य कांग्रेस में प्रवेश करना चाहते हैं। डॉ. रेणु जोगी ने प्रवेश कराने का अनुरोध किया है।निष्कासन पर पार्टी का किया था गठन, बसपा के साथ मिलकर लड़ा चुनाव कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के साथ अंतागढ़ के उपचुनाव में गड़बड़ी करने के आरोपों पर अजीत जोगी और उनके बेटे अमित जोगी को वर्ष 2016 में पार्टी से निष्कासित किया था। अमित जोगी को छह वर्षों के लिए पार्टी से निकाला गया था। अजीत जोगी ने कवर्धा जिले के ठाठापुर गांव में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की स्थापना 23 जून 2016 को की थी। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने बसपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने 55 तथा बीएसपी ने 35 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किया था। गठबंधन ने अजीत जोगी को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया था। गठनबंधन को केवल सात सीटें (जोगी 5 और बसपा 2) ही मिली। इसके बाद 2023 के विधानसभा चुनाव में जोगी की पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ा। 77 सीटों पर प्रत्याशी उतरे, लेकिन कोई जीत नहीं पाया। पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष अमित जोगी ने तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ पाटन सीट से चुनाव लड़ा था। यहां भी क्लिक करें – पार्टी से गद्दारी करने वालों की नहीं होगी घर वापसी, गांव-मोहल्ले तक संगठन के विस्तार पर जोरसचिन पायलट ने गठित की है समिति बताते चलें कि जोगी परिवार की कांग्रेस में वापसी के प्रयास कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट की ओर से समिति गठित करते ही शुरू हो गई थी। विधानसभा और लोकसभा चुनावों से पहले कुछ नेता पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। कुछ को पार्टी के खिलाफ काम करने पर हटाया गया था।अब कुछ नेता पार्टी में वापस के लिए प्रयासरत हैं। ऐसे नेताओं ने प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट से संपर्क कर लिखित में आवेदन दिया है। पायलट ने आवेदनों की जांच कर रिपोर्ट देने के लिए सात सदस्यीय टीम गठित की है। टीम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डा. चरणदास महंत, प्रदेश सहप्रभारी एसए संपत कुमार, जरिता लैतफलांग, विजय जांगिड़, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धनेन्द्र साहू और मोहन मरकाम शामिल हैं।यहां भी क्लिक करें – Congress MLA निर्मला सप्रे की सदस्यता समाप्त कराने को अब हाई कोर्ट जाएगी कांग्रेस

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