उत्तर छत्तीसगढ़ में शीतलहर चलने की चेतावनी, 3 दिन में 8 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है पारा

उत्तर छत्तीसगढ़ में शीतलहर चलने की चेतावनी, 3 दिन में 8 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है पारा

पहाड़ी राज्यों जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में रविवार को हिमपात और वर्षा से मामूली राहत मिली है। हालांकि, वहां से चलने वाली हवाओं के कारण मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ गई है। छत्तीसगढ़ में दो जनवरी तक तापमान में 8 डिग्री सेल्सियस तक की गिरवाट हो सकती है।By Shashank Shekhar Bajpai Publish Date: Mon, 30 Dec 2024 12:31:16 PM (IST)Updated Date: Mon, 30 Dec 2024 12:31:16 PM (IST)शनिवार को देर शाम तेज के साथ हल्की बूंदाबांदी के कारण छत्तीसगढ़ में रविवार से ठंड बढ़ गई है।HighLightsप्रदेश में रविवार को कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई। अगले 24 घंटों में तापमान में कोई विशेष परिवर्तन नहीं होगा। प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 12.6 डिग्री बलरामपुर में।नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर। उत्तर छत्तीसगढ में एक जनवरी से कुछ जगहों में शीतलहर चल सकती है। आगामी पांच दिनों तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है। अभी अगले 24 घंटों तक न्यूनतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन नहीं होगा।इसके बाद अगले चार दिनों में न्यूनतम तापमान में छह डिग्री तक क्रमिक गिरावट हो सकती है। रविवार को कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई। सर्वाधिक वर्षा मनेंद्रगढ़ कोटाडोल में 20 मिलीमीटर दर्ज की गई। प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 31.2 डिग्री सेल्सियस दुर्ग में दर्ज किया गया।प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 12.6 डिग्री सेल्सियस बलरामपुर में दर्ज किया गया। रायपुर शहर में सोमवार को आकाश साफ रहेगा। अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 20 डिग्री सेल्सियस और 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।हवा में नमी कम होने की संभावना दो जनवरी तक प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान छह से आठ डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। पश्चिमी विक्षोभ का असर कम होने लगा है, जिसके कारण फिर से प्रदेश में हवा की दिशा में परिवर्तन हो रहा है। अब फिर से उत्तर-पूर्वी हवाओं का असर बढ़ सकता है। दूसरी ओर हवा में नमी की मात्रा में कमी होने की संभावना है। अभी हवा में 91 फीसद तक नमी दर्ज की गई है।इन जगहों पर हुई बारिश रविवार को प्रदेश के कोटाडोल, पौडी उपरोरा, जनकपुर भरतपुर, प्रतापपुर, कोटा, शंकरगढ़ में 20, मरवाही, बिहारपुर, जांजगीर, बलरामपुर, प्रेमनगर, सामरी, रामचंद्रपुर, सकोला, वाड्रफनगर, बिल्हा, रामानुजनगर, लवन, चांदो, भैयाथान, दरी, कटघोरा, बेलगहना, चलगली-डौराकोचली में 10 मिमी वर्षा हुई।यह भी पढ़ें- CG Cabinet Meet: छत्तीसगढ़ में साय कैबिनेट की साल की आखिरी बैठक आज… 2025 के लिए हो सकते हैं बड़े फैसलेयह बना हुआ है सिस्टम पश्चिमी विक्षोभ एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप मेंउत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ऊपर औसत समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर बना हुआ है। ऊपरी क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक द्रोणिका रेखा बनी हुई है और इसकी धुरी समुद्र तल से 6.8 किमी ऊपर उत्तर में बनी हुई है।पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी थमी पहाड़ी राज्यों जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में रविवार को हिमपात और वर्षा से मामूली राहत मिली है। इस बीच सरकारी मशीनरी ने हालात सामान्य बनाने के लिए कार्य तेज कर दिया है। हालांकि, पहाड़ों से चली सर्द हवाओं के कारण मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ गई है।यह भी पढ़ें- Welcome 2025: दारू पीकर गाड़ी चलाई तो थाने में मनेगा ‘हैप्पी न्यू ईयर’… गाइडलाइन जारीठंड का असर राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में दिख रहा है। नए साल पर ठंड के साथ मैदानी राज्यों में घना कोहरा होने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में अगले तीन दिन में न्यूनतम तापमान पांच से छह डिग्री सेल्सियस गिरने का अनुमान लगाया है।

Table of Contents