नवा रायपुर में बच्चों की फ्री हार्ट सर्जरी और इलाज की सुविधा देने वाले श्री सत्य साईं संजीवनी रिसर्च फाउंडेशन का केंद्र खुलेगा। इसके लिए नवा रायपुर विकास प्राधिकरण की तरफ से जमीन आवंटन की पहल शुरू कर दी गई है। रायपुर केंद्र में अब तक 18 हजार से ज्यादा बच्चों का फ्री ऑपरेशन हो चुका है, जिसमें से 4 हजार बच्चे रायपुर के हैं।By Shashank Shekhar Bajpai Publish Date: Mon, 30 Dec 2024 12:58:34 PM (IST)Updated Date: Mon, 30 Dec 2024 12:58:34 PM (IST)सत्यसाईं अस्पताल में बच्चों के दिल की बीमारियों के इलाज के नहीं लिए जाते हैं पैसे।HighLightsएनआरडीए ने भूमि आवंटन की प्रक्रिया शरू कर दी है। यहां फ्री में की जाती है बच्चों की हार्ट सर्जरी और इलाज। देश ही नहीं विदेशों से भी इलाज के लिए आते हैं मरीज।राज्य ब्यूरो, रायपुर। नवा रायपुर विकास प्राधिकरण (एनआरडीए) ने नवा रायपुर में सत्य साईं रिसर्च सेंटर के लिए भूमि आवंटित करने की पहल शुरू कर दी है। बच्चों की फ्री हार्ट सर्जरी और इलाज की सुविधा देने वाले श्री सत्य साईं संजीवनी रिसर्च फाउंडेशन का यहां केंद्र खुलेगा।इसे अत्याधुनिक रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर के रूप में विकसित करेंगे। मरीजों के स्वजनों के लिए आवासीय सुविधा होगी, ताकि उपचार के दौरान ठहर सकें। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय मार्गदर्शन और वित्त मंत्री ओपी चौधरी के नेतृत्व में नवा रायपुर को देश का प्रमुख मेडिकल हब बनाने के प्रयास जारी है।इसी क्रम में एनआरडीए ने श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल को रिसर्च सेंटर के लिए भूमि आवंटित करने का प्रस्ताव तैयार किया है। इसे कैबिनेट में भी लाया जाएगा। ये अस्पताल ऐसा है, जहां बिलिंग काउंटर ही नहीं है। इसके अलावा के रहने-खाने का कोई शुल्क नहीं लगता है। यहां इलाज कराने के लिए विदेश से भी मरीज आते हैं। नवा रायपुर को मेडिकल सिटी बनाने के लिए काम किया जा रहा है। हमारी कोशिश जरूरतमंदों को उन्नत स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में मील का पत्थर साबित होगी। -ओपी चौधरी, वित्त एवं आवास मंत्री बच्चों की हृदय संबंधी बीमारियों के इलाज में मददगार साल 2022 में स्थापित श्री सत्य साईं संजीवनी रिसर्च फाउंडेशन होमोग्राफ्ट इम्प्लांटेशन, बच्चों की हृदय सर्जरी और दुनिया के सबसे बड़े हार्ट टिशू और सीरम बायो-बैंक का संचालन करता है। यहां संगृहीत डाटा बच्चों की हृदय संबंधी बीमारियों के इलाज में मददगार साबित हो रहा है।