प्रशासनिक उदासीनता से परेशान एक बुजुर्ग पिछले 50 साल से अपनी जमीन पर कब्जा पाने के लिए लड़ाई लड़ रहा है। न्याय की आस में अब भी उसका संघर्ष जारी है। मगर, प्रशासनिक उदासीनता से अब वह परेशान हो चुका है। दबंगों ने उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया है, जिस पर वो खेती और बुवाई कर रहे हैं।By Shashank Shekhar Bajpai Publish Date: Fri, 03 Jan 2025 02:24:27 PM (IST)Updated Date: Fri, 03 Jan 2025 02:34:04 PM (IST)राजस्व मंडल में चार पेशी पर जा चुके हैं बुजुर्ग रुद्र यादव। कहते हैं पता नहीं अभी कितनी लंबी चलेगी लड़ाई।HighLights15 एकड़ जमीन का अभी तक नहीं चला पता। 163 एकड़ जमीन परिवार के पास थी सुरक्षित। जारी है कानूनी लड़ाई, राजस्व मंडल में दर्ज केस।नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर। पुस्तैनी जमीन पर अवैध कब्जाधारियों को हटाने के लिए भू-स्वामी 50 सालों से हुए विभिन्न न्यायालय के चक्कर काटने के बाद अब वह राजस्व मंडल न्यायालय में न्याय की आस में पहुंचा है। जमीन मालिक का कहना है कि तहसीलदार, कलेक्टर व कमिश्नर न्यायालय से वह जीत चुका है।इसके बाद भी जमीन पर वह काबिज नहीं हो पा रहे हैं। पीड़ित ने बताया कि उनका कब्जाधारियों से जान का खतरा है। प्रशासन से भी किसी प्रकार की मदद नहीं मिल रही है। गुरुवार को राजस्व न्यायालय में पेशी में पहुंचे रुद्र प्रसाद यादव का कहना है कि रामानुजगंज के ग्राम पलगी स्थित खसरा नंबर 1440, रकबा 1.12 हेक्टेयर भूमि पर स्वामित्व है।यह जमीन उनके दादा-परदादा से उन्हें और उनके बड़े भाई को मिली थी। राजस्व रिकॉर्ड में उनका और उनके स्वजन के नाम हैं। बावजूद वे इस जमीन पर काबिज नहीं हो पा रहे हैं। इसका कारण है कि गांव के कुछ दबंगों ने उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया है। कब्जाधारियों ने उनकी जमीन पर मकान बनवाए हैं और खेती कर रहे हैं।1975 से लगा रहे हैं कोर्ट के चक्कर मगर, वे पिछले 50 सालों से उन लोगों से अपनी जमीन को कब्जा मुक्त कराने केवल विभिन्न न्यायालय के चक्कर ही काट रहे हैं। 1975 से कोर्ट कचहरी के चक्कर काटने शुरू हुआ सिलसिला आज भी जारी है। वे अब राजस्व मंडल में अपनी पेशी पर हाजिर हुए हैं।राजस्व मंडल में यह उनकी चौथी पेशी है। आगे और कितनी पेशी होगी और अपनी जमीन पर वे कब तक काबिज होंगे इस सवाल का जवाब उनके पास नहीं है।कब्जाधारी दे रहे जान से मारने की धमकी जमीन मालिक रुद्र प्रसाद यादव का कहना है कि उनकी जमीन पर बेजाकब्जा करने वाले अब उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। उनकी जमीन पर जबरन जोताई और बुआई कर रहे हैं। थाने में शिकायत दर्ज होने के बावजूद प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है, जिससे उनकी सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।