एप्लीकेशन फ्री, इसलिए बड़ी संख्या में बिना तैयारी भर्ती परीक्षा दे रहे युवा

एप्लीकेशन फ्री, इसलिए बड़ी संख्या में बिना तैयारी भर्ती परीक्षा दे रहे युवा

छात्रावास अधीक्षक के 300 पदों के लिए साढ़े छह लाख से ज्यादा युवाओं ने आवेदन किया। परीक्षा में साढ़े तीन लाख अभ्यर्थी शामिल हुए। इसमें भी तीन लाख युवाओं को 15 अंक भी नहीं मिले। यानी बिना तैयारी के ही परीक्षा में बैठ रहे हैं छात्र। वहीं, 57 पदों के लिए सिविल जज भर्ती परीक्षा के लिए आवेदन 24 जनवरी तक किया जा सकता है।By Shashank Shekhar Bajpai Publish Date: Tue, 07 Jan 2025 01:47:25 PM (IST)Updated Date: Tue, 07 Jan 2025 01:47:25 PM (IST)लैब असिस्टेंट की भर्ती में बड़ी संख्या में युवाओं को शून्य अंक मिले हैं।HighLightsछात्रावास अधीक्षक, लैब टेक्नीशियन व असिस्टेंट भर्ती परीक्षा में कई अभ्यर्थियों को मिले माइनस अंक। परीक्षा को लेकर युवा गंभीर नहीं हो रहे हैं, व्यापमं द्वारा जारी परिणामों से लगाया जा सकता है अंदाजा। एप्लीकेशन फ्री होने की वजह से बड़ी संख्या में अभ्यर्थी करते हैं आवेदन, लेकिन नहीं पहुंचते परीक्षा देने।नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर। प्रदेश में भर्ती परीक्षाओं के लिए आवेदन फ्री है, लेकिन कई युवा इसका गलत उपयोग कर रहे हैं। बिना तैयारी के ही परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। परीक्षा को लेकर युवा गंभीर नहीं है। इसका अंदाजा हाल ही में व्यापमं द्वारा जारी परिणामों को देखकर लगाया जा सकता है।छात्रावास अधीक्षक के 300 पदों के लिए साढ़े छह लाख से ज्यादा युवाओं ने आवेदन किया। परीक्षा में साढ़े तीन लाख अभ्यर्थी शामिल हुए। इसमें भी तीन लाख युवाओं को 15 अंक भी नहीं मिले। इसी तरह लैब असिस्टेंट की भर्ती में बड़ी संख्या में युवाओं को शून्य अंक मिले हैं।प्राप्त आवेदनों के अनुसार, व्यापमं को परीक्षा की तैयारी करनी पड़ती है। संख्या के आधार पर ही प्रश्न पत्रों की छपवाई करवाई जाती है, साथ ही परीक्षा केंद्रों की व्यवस्था की जाती है। बड़ी संख्या में अभ्यर्थी परीक्षा देने नहीं पहुंचते हैं। इससे शासन का आर्थिक नुकसान होता है।15 नंबर भी नहीं ला पाए 3 लाख परीक्षार्थी छात्रावास अधीक्षक की भर्ती परीक्षा 15 सितंबर को हुई थी। परीक्षा में शामिल साढ़े तीन लाख अभ्यर्थियों में से मेरिट लिस्ट सिर्फ 51,638 के ही जारी हुए। परीक्षा ‘अ’ और ‘ब’ दो भागों में बांटी गई थी। भाग ‘अ’ कंप्यूटर संबंधी सामान्य ज्ञान पर आधारित था।इसमें कंप्यूटर का परिचय, उसका उपयोग, प्रिंटर के प्रकार, ऑपरेटिंग सिस्टम, इंटरनेट, सर्च इंजन समेत अन्य पर आधारित 30 सवाल पूछे गए। भाग ‘ब’ में हिंदी, अंग्रेजी, गणित, सामान्य ज्ञान समेत अन्य पर आधारित 70 अंक के प्रश्न पूछे गए थे। भाग ‘अ’ में 50 प्रतिशत यानी 15 नंबर हासिल करना जरूरी था। तीन लाख परीक्षार्थियों को इतने अंक भी नहीं मिले।विज्ञान संकाय से 12वीं उत्तीर्ण, प्रतियोगी परीक्षा में शून्य अंक व्यापमं की तरफ से लैब असिस्टेंट और लैब टेक्नीशियन भर्ती की मेरिट लिस्ट जारी हुई है। इस परीक्षा में विज्ञान संकाय से 12वीं उत्तीर्ण युवाओं ने हिस्सा लिया था। परीक्षा में निगेटिव मार्किंग होने की वजह से बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों को माइनस में अंक मिले।लैब टेक्नीशियन भर्ती परीक्षा में 32,476 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। जिसमें 865 को शून्य और 1,600 से अधिक अभ्यर्थियों को मानइस में अंक मिले हैं। यह परीक्षा भी 100 अंकों के लिए हुई थी।इसमें केमिस्ट्री से 30 अंक, फारेंसिक साइंस से 15, फिजिक्स से 25, बायोलाजी से 30 अंक के सवाल पूछे गए थे। इसी तरह लैब असिस्टेंट में बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों को 10 से भी कम अंक मिले हैं।सिविल जज भर्ती आवेदन 24 तक छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की तरफ से सिविल जज (जूनियर डिवीजन)-2024 भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। 57 पदों पर होने वाली भर्ती के लिए अभ्यर्थी 24 जनवरी तक आवेदन कर सकते हैं। सिविल जज के 57 पदों में से सात अनुसूचित जाति, आठ अति पिछड़ा वर्ग और 18 पद अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं।वहीं 24 पद अनारक्षित हैं। इस बार पाठ्यक्रम में भी बदलाव किया गया है। प्रारंभिक परीक्षा में छत्तीसगढ़ के सामान्य ज्ञान पर आधारित सवाल भी पूछे जाएंगे। इसी तरह तीनों नए आपराधिक कानून को भी पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है।यह भी पढ़ें- 20 लाख की नौकरी छोड़कर शुरू की फल-सब्जी की खेती, 150 लोगों को दे रहे रोजगार16 विषयों से पूछे जाएंगे सवाल प्रारंभिक परीक्षा में इस बार कुल 16 विषयों से सवाल आएंगे। पहले 15 विषय से सवाल पूछे जाते थे। छत्तीसगढ़ के सामान्य ज्ञान को इस बार शामिल किया गया है। इसी तरह तीनों नया कानून जैसे, भारतीय न्याय संहिता 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023, भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 से भी सवाल आएंगे।यह भी पढ़ें- नक्सलियों की हरकत से फिर दहला दिल, पढ़िए देश को झकझोर देने वाली छत्तीसगढ़ की अब तक की घटनाएंइंडियन पीनल कोड, कोड ऑफ क्रिमिनल प्रोसिजर और इंडियन एवीडेंस एक्ट को हटाकर इनकी जगह तीनों नए कानून को पाठ्यक्रम में जोड़ा गया है। लॉ कोचिंग के एक्सपर्ट नितिन नामदेव का कहना है कि इस बार तीन नए कानूनों को जोड़ा गया है। परंतु सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के महत्वपूर्ण निर्णय अभ्यर्थियों को पुराने ला से तैयार करना चाहिए।

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