छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में एक युवक ने पत्नी और ससुरालवालों द्वारा बार-बार मतांतरण का दबाव बनाने पर फांसी लगाकर जान दे दी। उसकी पत्नी ने इसाई धर्म अपना लिया था और वह पति को भी अपना धर्म छोड़ने का दबाव बनाती थी। बार-बार घर छोड़कर मायके चली जाती थी।By Prashant Pandey Publish Date: Fri, 20 Dec 2024 01:02:57 PM (IST)Updated Date: Fri, 20 Dec 2024 01:10:17 PM (IST)गजेंद्र उर्फ सूरज देवांगन जिसने मतांतरण के दबाव में जान दे दी।HighLightsयुवक के परिजनों ने कहा- वो पत्नी से परेशान हो गया था। पत्नी बार-बार घर में झगड़ा करती और मायके चली जाती। घर में लिखे देवी-देवताओं के नाम भी उसने मिटा दिए थे। नईदुनिया न्यूज, बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में लगातार मतांतरण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। लेकिन मतांतरण को लेकर कोई मानसिक प्रताड़ित हो सकता है और आत्मघाती कदम उठा सकता है, ऐसा पहला और बड़ा मामला अर्जुन्दा थाना क्षेत्र से सामने आया है।अर्जुन्दा नगर के 35 वर्षीय युवक ने घर के कमरे में पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। युवक के इस कदम से परिवार में मातम छा ही गया है, साथ ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। प्राप्त जानकारी अनुसार अर्जुन्दा नगर के वार्ड-11 निवासी गजेंद्र उर्फ सूरज देवांगन पिता चंद्रशेखर देवांगन (35वर्ष) ने आत्महत्या कर ली।मतांतरण का दबाव बनाते थे ससुराल वाले युवक के पास से सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें लिखा है कि उसके पत्नी के साथ संबंध अच्छे नहीं थे। वह अक्सर लड़ाई झगड़ा कर मायके चली जाती थी। पति-पत्नी के बीच इसाई धर्म में मतांतरण को लेकर झगड़ा होते रहता था। पत्नी के साथ ससुर, सास व साले की पत्नी भी मतांतरण के लिए दबाव बनाते थे। साथ ही प्रताड़ित करते थे।युवक के पास मिली बाइबिल युवक ने पत्नी ने मतांतरण कर हमेशा विवाद कर के मायके चले जाने के मामले में 8 दिसंबर को अर्जुंदा थाने में लिखित शिकायत की थी। बताया यह भी जा रहा है कि पत्नी ने भी पति के खिलाफ मारपीट करने की शिकायत थाने में की है। घटना स्थल से पुलिस को बाइबिल और युवक की जेब से 18 हजार 890 रुपए मिले है।इसके साथ ही ई-स्टांप में एक दान पत्र भी मिला है। अर्जुन्दा पुलिस ने कमरे को सील कर दिया है। इसके साथ ही घटना की जांच शुरू कर दी गई है।परिवार ने युवक के ससुराल पक्ष पर लगाया प्रताड़ना का आरोप जान देने वाले युवक के पिता व परिवार वालों ने बताया कि उसके पत्नी के साथ अच्छे संबंध नहीं थे। वह बार-बार मायके चली जाती थी। साथ ही ससुराल वाले युवक को बहुत प्रताड़ित करते थे। पुलिस ने धारा 194 के तहत मामला पंजीबद्ध कर शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के बाद उसे परिजनों को सौप दिया है।घर पर लिखे शुभ-लाभ पत्नी ने मिटा दिए थे युवक के परिजनों का आरोप है कि उसकी पत्नी अपने मायके पक्ष के कुछ लोगों के दबाव में ईसाई धर्म को अपना कर अक्सर उनजे बेटे से विवाद करती थी। घर की दीवारों में लिखे शुभ-लाभ और भगवान के नामों पर पुताई कर उसे मिटा दिया। जिसकी वजह से उनका बेटा अक्सर परेशान रहता था।शिकायत में कही ये बात सुसाइड नोट में युवक ने थाने में लिखित शिकायत करते हुए लिखा है कि ‘मैं गजेंद्र देवांगन पिता चंद्रशेखर देवांगन जो कि अर्जुन्दा के वार्ड-11 में निवासरत हूं, मेरी पत्नी राकेश्वरी देवांगन जो कि आए दिन मुझसे वाद विवाद करती है। बच्चों को छोड़कर बार बार मायके चली जाती है, और वह ईसाई धर्म को अपना चुकी है। इसको लेकर मुझे आपत्ति है, जिसकी सूचना दे रहा हूं। उस पर उचित कार्रवाई की जाए।’वहीं युवक गजेंद्र ने आत्महत्या करने से पहले कमरे की दीवार में प्रकाश देवांगन पिता कन्हैय्या देवांगन द्वारा उससे पैसे लेने और पैसे वापस नहीं करने तथा पत्नी, सास-ससुर और साले के द्वारा प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।