राज्य शासन की ओर से मेडिसिटी प्रोजेक्ट को प्रधानमंत्री मेडिसिटी योजना से जोड़े जाने की योजना है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का प्रयास है कि नवा रायपुर में मरीजों को एक ही स्थान पर उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।By Shashank Shekhar Bajpai Publish Date: Wed, 25 Dec 2024 02:01:19 PM (IST)Updated Date: Wed, 25 Dec 2024 02:01:19 PM (IST)HighLightsप्रदेश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिलेगी मेडिकल टूरिज्म के क्षेत्र में पहचान। यहां 5,000 बिस्तर क्षमता की स्वास्थ्य सुविधाओं का किया जाएगा विकास। मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, छात्रावास, धर्मशाला, होटल बनेंगे।राज्य ब्यूरो, रायपुर। प्रदेश में मेडिकल टूरिज्म को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की कवायद तेज हो गई है। नवा रायपुर के सेक्टर- 37 में 200 एकड़ में आधुनिकतम मेडिसिटी बनाई जाएगी। नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण की ओर से भूमि का चिह्नांकन कर लिया गया है। यहां निजी निवेश की सहायता से करीब 5,000 बिस्तर क्षमता की स्वास्थ्य सुविधाओं का विकास किया जाएगा।राज्य शासन की ओर से मेडिसिटी प्रोजेक्ट को प्रधानमंत्री मेडिसिटी योजना से जोड़े जाने की योजना है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का प्रयास है कि नवा रायपुर में मरीजों को एक ही स्थान पर उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। विगत दिनों केंद्र सरकार के इंफ्रांटेक सर्विसेस लिमिटेड के साथ नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण की बैठक हुई थी।इसमें मेडिसिटी परियोजना को साकार किए जाने को लेकर चर्चा की गई थी। मेडिसिटी में मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, छात्रावास, डायग्नोस्टिक्स सेंटर, धर्मशाला, होटल और वाणिज्यिक एकीकृत विकास करना प्रस्तावित है। इसके लिए स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के संचालन के लिए भी सरकार की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं।डायग्नोस्टिक सेंटर: अत्याधुनिक तकनीक के साथ बीमारियों का सटीक जांच और परीक्षण।मेडिकल कॉलेज व छात्रावास: नए डॉक्टर किए जाएंगे तैयार।धर्मशाला और होटल: मरीज के स्वजन के लिए धर्मशाला और होटल।फॉर्मेसी और दवाओं की उपलब्धता: मरीजों को हर समय आवश्यक दवाएं।यह भी पढ़ें- काम से लौटा था, पत्नी मोबाइल देखने में थी बिजी… तो गुस्साए पति ने दूसरी मंजिल से दिया धक्कायह होगा लाभ समय और संसाधन की बचत: किसी भी बीमारी या जांच के लिए मरीजों को इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा।एमबीबीएस की बढ़ेगी सीटें: मेडिकल कॉलेज खुलने से बढ़ेगी एमबीबीएस व अन्य सुपरस्पेशलिटी विषय की सीटें।स्वास्थ्य पर्यटन को बढ़ावा: अंतरराष्ट्रीय मरीजों के लिए एक ही स्थान पर सभी सुविधाएं।