जयपुर. अपने पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के ताजा राजनीतिक बयानों पर टिप्पणी करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को कहा कि ऐसे बयान नहीं दिए जाने चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उनके दिए सुझावों पर घोषणा नहीं कर निराश किया.
गहलोत ने पायलट के ताजा बयानों के बारे में पूछे जाने पर अलवर में कहा, \’देखो बयान तो नहीं देना चाहिए वैसे तो. क्योंकि हमारे महासचिव केसी वेणुगोपाल जी ने अभी कहा कि बयानबाजी कोई नहीं करेंगे. तो हम तो चाहते हैं कि अनुशासन का पालन सब लोग करें.\’ उन्होंने कहा कि हमारा ध्येय तो यही होना चाहिए कि राज्य में कांग्रेस की फिर सरकार कैसे बने.
उन्होंने कहा,\’ अभी हमारे सामने एक ही मकसद होना चाहिए हम अगली बार सरकार कैसे बनाएं.\’ गहलोत ने कहा,\’ हमारा ध्येय यही है. हमने इतनी योजनाएं राजस्थान में दी है इतिहास में कभी नहीं हुआ होगा. हमने राजस्थान में जो योजनाएं पेश की हैं उसका लोहा पूरा देश मान रहा है. हम तो हमारी \’गुड गवर्नेंस\’ को लेकर निकल पड़े हैं कि अगली बार राज्य में सरकार रिपीट कैसे हो. और कोई हमारा ध्येय नहीं है.\’ इसके साथ ही गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को राजस्थान के बांसवाड़ा के पास मानगढ़ धाम में ‘मानगढ़ धाम की गौरव गाथा’ कार्यक्रम में निराश किया.
गहलोत ने कहा, \’मोदी जी ने कल हमें निराश किया क्योंकि मैंने तीन बातें उनसे कही थीं. एक तो चिरंजीवी योजना की समीक्षा करवाएं. उनको आश्वासन देना चाहिए था.\’ उन्होंने कहा, \’ एक तरफ तो वे (प्रधानमंत्री) कहते हैं कि हमारे सीनियर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हैं . तो उन्हें मेरी वरिष्ठता का ख्याल रखना चाहिये . तीन बातें मैंने कही थी, एक तो चिरंजीवी योजना की समीक्षा कर इसे पूरे देश में लागू करने, बांसवाड़ा को रेलवे से जोड़ने और मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की मांग की थी और मोदी ने इनमें से कोई घोषणा नहीं की.’’
कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा राज्य की स्वास्थ्य सहित अनेक योजनाओं की प्रशंसा किए जाने पर गहलोत ने कहा,\’राहुल जी ने ठीक कहा. 10 साल पहले भी जब 2012-13 में हमने नि:शुल्क दवाओं एवं जांच की योजना शुरू की तब भी राहुल जी ने कई राज्यों में इसकी प्रशंसा की थी.’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘उन्हें (राहुल को) पता है और वे जानते हैं कि इसकी कीमत क्या है, इसका महत्व क्या है, इसलिए उन्होंने ट्वीट किया है कि ये बहुत अच्छी योजना है.’’
गहलोत को निष्ठा साबित करने के लिए किसी के प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं: जोशी
राजस्थान के जलदाय मंत्री डॉ महेश जोशी ने बुधवार को कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा साबित करने के लिए किसी प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है. जोशी ने यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारीफ किए जाने पर सचिन पायलट के ताजा बयान पर कही. इससे पहले पायलट ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा एक सार्वजनिक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री गहलोत की बड़ाई किए जाने पर कटाक्ष करते हुए इसे \’रोचक घटनाक्रम\’ बताया और कहा कि इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए.
इसके बारे में पूछे जाने जोशी ने यहां संवाददाताओं से कहा, \’मैं तो (पार्टी की बयानबाजी न करने की) परामर्श से बंधा हुआ हूं … अशोक गहलोत जी को अपनी निष्ठा साबित करने के लिए किसी के प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है.\’ उन्होंने कहा,\’… मुख्यमंत्री गहलोत ने जिस विनम्रता, शालीनता व शब्दों के साथ पार्टी आलाकमान से माफी मांगी उससे उनका कद जनता की निगाह में बढ़ा है और कम नहीं हुआ. जो माफी की परंपरा को नहीं जानते जो विनम्रता को सम्मान नहीं करते उनका मैं कुछ नहीं कह सकता.\’
पायलट पर पलटवार करते हुए जोशी ने कहा, \’बुत हमको कहें काफिर अल्लाह की मर्जी …आदमी कोई हो वह यह देखे कि उसका खुद का पिछला इतिहास क्या रहा है. उसके बाद आगे बोले.’’ सितंबर महीने में पार्टी विधायक दल की बैठक नहीं हो पाने के मामले में कांग्रेस ने जोशी सहित तीन लोगों को नोटिस जारी किए थे. जोशी ने कहा, \’हमने जवाब दिया है… आलाकमान हम पर कार्रवाई करेगा सजा तय करेगा तो हम सजा भुगतेंगे. लेकिन सिर्फ नोटिस मिल जाना किसी को दोषी ठहराने के लिए पर्याप्त नहीं होता.\’ भाषा पृथ्वी कुंज रंजन