कर्तव्य पथ पर सीआरपीएफ की महिला टुकड़ी ने दिखाई ‘नारी शक्ति’ की झलक

76वें गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान कर्तव्य पथ पर सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) की 148 सदस्यीय महिला टुकड़ी ने ‘नारी शक्ति’ का अद्भुत प्रदर्शन किया। इस टुकड़ी का नेतृत्व असिस्टेंट कमांडेंट ऐश्वर्या जॉय एम ने किया। यह महिला टुकड़ी देश के अलग-अलग हिस्सों में तैनात इकाइयों से चुनी गई है जो उग्रवाद विरोधी, नक्सलवाद विरोधी और कानून व्यवस्था की ड्यूटी में सक्रिय हैं। इसमें भारत के हर कोने से महिलाएं शामिल हैं जो एक ‘मिनी इंडिया’ की झलक दिखाती हैं।

दिल्ली पुलिस की ऑल-विमेन बैंड ने भी दूसरी बार गणतंत्र दिवस परेड में भाग लिया। इस बैंड का नेतृत्व बैंड मास्टर रूयांगुनुओ केंस ने किया। दिल्ली पुलिस के ब्रास और पाइप बैंड में चार महिला सब-इंस्पेक्टर और 64 महिला कांस्टेबल शामिल थीं। दिल्ली पुलिस की मार्चिंग टुकड़ी जिसने 16 बार सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग टुकड़ी का पुरस्कार जीता है का नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) ऋषि कुमार सिंह ने किया।

वहीं रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की 92 सदस्यीय टुकड़ी ने ‘वीर सैनिक’ धुन पर मार्च करते हुए सलामी दी। इस टुकड़ी का नेतृत्व डिविजनल सिक्योरिटी कमिश्नर आदित्य ने किया। आरपीएफ ने अपनी सतर्कता, शक्ति और सेवा का प्रदर्शन किया। भारतीय रेलवे की सुरक्षा में उनकी अहम भूमिका है। अब तक आरपीएफ के 1087 जवान ड्यूटी पर अपने प्राणों की आहुति दे चुके हैं। उनका आदर्श वाक्य है – ‘सेवा ही संकल्प’।

इसके बाद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की ऊंटों पर सजी-धजी टुकड़ी ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। इन ऊंटों को रंग-बिरंगे परिधानों में सजाया गया था। राजस्थान और कच्छ के कठिन इलाकों में यह ऊंट ‘मरुस्थल के जहाज’ कहे जाते हैं।

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