सीमा सुरक्षा बल (BSF) और बांगलादेश बॉर्डर गार्ड (BGB) के बीच बीते बुधवार को बांगलादेश के सोनमस्जिद सीमा चौकी पर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इसका उद्देश्य भारत-बांगलादेश सीमा पर शांति, सुरक्षा और सहयोग को बढ़ावा देना था। इस बैठक की अध्यक्षता बीएसएफ के मालनदी सेक्टर के उप निरीक्षक जनरल (DIG) तरुण कुमार गौतम और बीजीबी के राजशाही सेक्टर के कमांडर कर्नल मोहम्मद इम्रान इब्ने रऊफ ने की। इस दौरान दोनों देशों के बैटेलियन कमांडर और अन्य अधिकारी भी बैठक में शामिल हुए।
बैठक में सीमा प्रबंधन से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई जिनमें अवैध गतिविधियों को रोकने, सीमा पार अवैध गतिविधियों की रोकथाम और सीमा क्षेत्र में अनधिकृत आंदोलनों को नियंत्रित करने के उपायों पर जोर दिया गया। दोनों पक्षों ने सीमा से जुड़ी समस्याओं को आपसी बातचीत और समझ के जरिए सुलझाने की आवश्यकता पर बल दिया। इस बीच मीडिया में फैल रही अफवाहों को लेकर चिंता जताई गई जो सीमा विवादों को बढ़ावा दे रही थीं।
इसके अलावा बैठक में 18 जनवरी को पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के सुखदेवपुर सीमा पर भारतीय और बांगलादेशी नागरिकों के बीच हुई झड़प पर भी चर्चा की गई। बैठक में यह माना गया कि इन घटनाओं में वृद्धि बांगलादेश के पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के सत्ता से हटाए जाने के बाद हुई है।
बीएसएफ ने बैठक के बाद अपने बयान में कहा कि वह BGB के साथ मिलकर सीमा पर शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। BSF दक्षिण बंगाल सीमा क्षेत्र के जनसंपर्क अधिकारी एनके पांडे ने कहा कि इस प्रकार की उच्च-स्तरीय बैठकें भारत और बांगलादेश के बीच मजबूत साझेदारी और सहयोग का प्रतीक हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बीएसएफ अपने पड़ोसी देशों के साथ अच्छे और सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखने के लिए पूरी तरह समर्पित है।