विदेश सचिव विक्रम मिस्री 26-27 जनवरी को चीन का करेंगे दौरा, द्विपक्षीय संबंधों पर जोर

विदेश सचिव विक्रम मिस्री 26 और 27 जनवरी को चीन की यात्रा करेंगे। इस दौरान वे भारत और चीन के बीच एक अहम बैठक में हिस्सा लेंगे। विदेश मंत्रालय ने आज गुरुवार को इस यात्रा की जानकारी दी। यह बैठक दोनों देशों के बीच राजनीतिक, आर्थिक, और सांस्कृतिक रिश्तों को प्रगाढ़ बनाने के उद्देश्य हो रही है।

गौरतलब है कि पिछले महीने, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने बीजिंग का दौरा किया था। वहां उन्होंने चीनी उपराष्ट्रपति हान झेंग से मुलाकात की और पांच साल बाद भारत-चीन सीमा विवाद पर विशेष प्रतिनिधियों की बैठकें फिर से शुरू करने की जरूरत पर जोर दिया। डोभाल ने इसे दोनों देशों के बीच विश्वास बढ़ाने और नेताओं के फैसलों को लागू करने के लिए एक अहम कदम बताया।

वहीं 23वीं विशेष प्रतिनिधि बैठक में, अजीत डोभाल और चीन के वांग यी ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर सहमति बनाई। इनमें कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू करना, सीमा पार नदियों के बारे में डेटा साझा करना और सीमा व्यापार को बढ़ावा देना शामिल है। यह बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच अक्टूबर 2024 में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हुई चर्चा का परिणाम है।

इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग से कहा था कि भारत-चीन संबंध आपसी विश्वास, सम्मान, और संवेदनशीलता के तीन सिद्धांतों पर आधारित होने चाहिए। उन्होंने यह भी जोर दिया कि सीमा पर शांति और स्थिरता दोनों देशों की प्राथमिकता होनी चाहिए।

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