भारत सदियों पुराने अपने गौरव को बहाल करने की राह में : उपराष्ट्रपति धनखड़

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नयी दिल्ली. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बृहस्पतिवार को कहा कि अभूतपूर्व तरीके से भारत का उदय हो रहा है और वह सदियों पुराने अपने गौरव को बहाल करने की राह में है. धनखड़ \’नए भारत के निर्माण के लिए बुनियादी ढांचे, सूचना और नवाचार\’ विषय पर आयोजित तीन दिवसीय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे. इस सम्मेलन का आयोजन दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के शताब्दी समारोह के तहत किया जा रहा है.

उन्होंने कहा, \”मैं दिल्ली विश्वविद्यालय को 100 वर्ष पूरा करने पर बधाई देता हूं. यह किसी भी संस्थान की यात्रा में मील का पत्थर है.\” उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत अभूतपूर्व तरीके से आगे बढ़ रहा है और इसके उदय को रोका नहीं जा सकता. धनखड़ ने कहा, ‘‘अब हमारे पास चीन की अपेक्षा अधिक ‘यूनिकार्न’ है. हमारे युवा चमत्कार कर रहे हैं. यह सब इसलिए संभव हुआ है क्योंकि नीति संबंधी पारिस्थितिकी तंत्र में व्यापक परिवर्तन हुआ है. यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं कि हर कोई अपनी प्रतिभा का अधिकतम उपयोग कर सके.’’ उन्होंने कहा कि ‘इसका मतलब है कि हम अपने पुराने गौरव को फिर से प्राप्त करने की राह में हैं.
इस सम्मेलन का आयोजन दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा किया जा रहा है.

विश्वविद्यालय के कुलपति योगेश सिंह ने कहा, \”डीयू ने अपनी सफल यात्रा के 100 साल पूरे कर लिए हैं, और भारत ने आजादी के 75 साल पूरे कर लिए हैं.’’ उन्होंने कहा कि डीयू की स्थापना (1922) से पहले तीन कॉलेजों से शुरुआत की गई थी और अब इसमें 90 कॉलेज हैं.