नयी दिल्ली/मुंबई. भारत ने बुधवार को एक महत्वपूर्ण कदम में ओडिशा तट से द्वितीय चरण की बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा ‘इंटरसेप्टर’ एडी-1 मिसाइल की पहली उड़ान का सफलतापूर्वक परीक्षण किया. रक्षा मंत्रालय ने कहा कि विभिन्न स्थानों पर स्थित सभी बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा (बीएमडी) हथियार प्रणाली की भागीदारी के साथ एडी-1 मिसाइल का परीक्षण किया गया.
मंत्रालय ने कहा, \”रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने दो नवंबर को ओडिशा के तट पर एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से द्वितीय चरण की बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा इंटरसेप्टर एडी-1 मिसाइल की पहली उड़ान का सफलतापूर्वक परीक्षण किया.’’ मंत्रालय ने कहा कि एडी-1 एक लंबी दूरी की ‘इंटरसेप्टर’ मिसाइल है जिसे लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल के साथ-साथ विमान को रोकने के लिए डिजÞाइन किया गया है. यह दो चरणों वाले ठोस मोटर द्वारा संचालित है और इसे लक्ष्य तक सटीक मार्गदर्शन के लिए स्वदेश में विकसित उन्नत नियंत्रण प्रणाली, नौवहन और मार्गदर्शन ‘एल्गोरिदम’ से लैस किया गया है.
भारत बुरी नजर से देखने वालों पर तत्काल पलटवार करने में सक्षम: रक्षा राज्यमंत्री
केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने बुधवार को कहा कि भारत की तरफ कोई भी बुरी नजर से देखने की हिमाकत नहीं कर सकता और देश तत्काल पलटवार करने में सक्षम है. उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत जल, थल और वायु समेत सभी क्षेत्रों में एक नेता के तौर पर उभरा है.
भट्ट से लद्दाख में चीन की गतिविधियों के बारे में पूछा गया, जिस पर उन्होंने कहा, ‘‘कोई भी हमारी तरफ बुरी नजर से देखने की हिमाकत नहीं कर सकता. और अगर कोई ऐसा करता है, तो हम तत्काल पलटवार करने में सक्षम हैं.’’ उन्होंने चीन के बारे में प्रत्यक्ष रूप से कोई जवाब नहीं दिया और कहा कि वह कुछ मुद्दों पर बात करने के लिए अधिकृत नहीं हैं. भट्ट ने रक्षा, परिवहन एवं ऊर्जा वैश्विक सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद पत्रकारों से यह बात कही.