मणिपुर जल रहा है, ऐसे समय प्रधानमंत्री का संसद में ‘हंसी-मजाक’ करना अशोभनीय: राहुल गांधी
नयी दिल्ली/इंफाल/गुवाहाटी. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि जब मणिपुर में आग लगी है तो ऐसे समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संसद के भीतर ‘हंसी-मजाक’ करना अशोभनीय है तथा आज तक किसी प्रधानमंत्री ने ऐसा नहीं किया. राहुल गांधी ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में यह दावा भी किया कि मणिपुर को दो हिस्सों में बांट दिया गया है और वहां भारत की अवधारणा (आइडिया ऑफ इंडिया) एवं हिंदुस्तान की हत्या कर दी गई है तथा प्रधानमंत्री नहीं चाहते कि पूर्वोत्तर के इस राज्य में लगी आग बुझे.
लोकसभा में विपक्ष के अविवश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों पर तीखा प्रहार किया था. उन्होंने मणिपुर में शांति बहाली के लिए सभी से मिलकर काम करने और वहां के लोगों के लिए ‘दर्द की दवा’ बनने का आग्रह करते हुए कहा था कि देश का पूर्वोत्तर क्षेत्र वैश्विक दृष्टि से ”केद्र बिंदु” बनने वाला है तथा मणिपुर में शांति का सूरज उगेगा. अविश्वास प्रस्ताव ध्वनिमत से खारिज कर दिया गया था.
राहुल गांधी ने कहा, ”कल (बृहस्पतिवार) प्रधानमंत्री ने लोकसभा में दो घंटे 13 मिनट का भाषण दिया, लेकिन इसमें मणिपुर पर सिर्फ दो मिनट बात की. मणपिुर में महीनों से आग लगी है, लोग मारे जा रहे हैं, बलात्कार हो रहे हैं, बच्चों को मारा जा रहा है और प्रधानमंत्री हंस-हंसकर बात कर रहे थे. मजाक कर रहे थे. ये हदिंुस्तान के प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देता.” उन्होंने कहा, ”संसद के बीच में बैठे प्रधानमंत्री बेशर्मी से हंस रहे थे… मुद्दा कांग्रेस या मैं नहीं थे, मुद्दा यह था कि मणिपुर में क्या हो रहा है? और इसे क्यों नहीं रोका जा रहा है.” राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी इस बात को समझ नहीं पाते कि भारत का प्रधानमंत्री होना क्या है.
उन्होंने दावा किया, ”वह यह नहीं समझ पाते कि वह हमारे प्रतिनिधि हैं…प्रधानमंत्री को एक मामूली नेता या किसी दल के नेता की तरह नहीं बोलना चाहिए…मैंने कांग्रेस और भाजपा से संबंध रखने वाले प्रधानमंत्रियों को देखा…वाजपेयी जी को देखा, देवगौड़ा जी को देखा. किसी ने ऐसा नहीं किया.” कांग्रेस नेता ने यह दावा भी किया, ”मैंने जो मणिपुर में देखा और सुना, ऐसा मैंने पहले कभी न देखा है और न सुना है. मैंने संसद में कहा कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर में भारत की हत्या कर दी है. ये मेरे खोखले शब्द नहीं थे. जब हम मणिपुर पहुंचे और मेइती क्षेत्र में गए तो हमें कहा गया कि अगर आपकी सुरक्षा में कोई कुकी सदस्य शामिल होगा तो हम उसे मार देंगे. उसी तरह जब हम कुकी क्षेत्र में गए तो हमें कहा गया कि अगर कोई मेइती आपकी सुरक्षा में होगा, हम उसे मार देंगे.”
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि आज मणिपुर को दो हिस्सों में बांट दिया गया है, दो राज्य बना दिए गए हैं. गांधी ने कहा कि सदन में उनके द्वारा की गई यह टिप्पणी कि प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने ह्लमणिपुर में भारत माता की हत्या कीह्व सिर्फ खोखले शब्द नहीं थे. उन्होंने कहा, ह्लमणिपुर में भाजपा ने हिंदुस्तान की हत्या कर दी है…मणिपुर में भारत की अवधारणा की हत्या कर दी गई है.ह्व कांग्रेस नेता ने यह आरोप भी लगया कि प्रधानमंत्री चाहते हैं कि मणिपुर जलता रहे और वहां लगी आग नहीं बुझे.
उन्होंने कहा कि अगर मणिपुर में सेना को तैनात कर दिया जाए तो मणिपुर में ‘तमाशा’ दो दिन में बंद हो जाएगा.
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मणिपुर में शांति बहाली के लिए किसी साधन का उपयोग नहीं करना चाहते. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ”मणिपुर के मुख्यमंत्री (एन बीरेन सिंह) की नाक के नीचे से हजारों हथियार लूटे गए. क्या अमित शाह चाहते थे कि हजारों हथियार लूटे जाएं? क्या अमित शाह चाहते थे कि मणिपुर में हिंसा चलती रहे? क्या आप चाहते हैं कि मणिपुर जलता रहे?” कांग्रेस नेता ने कहा कि पहला कदम यह होना चाहिए कि हिंसा रोकी जाए. उन्होंने कहा, ”मुझे हैरानी होती है कि प्रधानमंत्री ने हिंसा रोकने के लिए कुछ नहीं किया, बल्कि हंस रहे हैं.”
कांग्रेस ने अविश्वास प्रस्ताव के दौरान मणिपुर मुद्दे पर प्रधानमंत्री के संक्षिप्त बयान पर सवाल उठाए
कांग्रेस की मणिपुर इकाई ने शुक्रवार को सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान दो घंटे से अधिक समय तक चले अपने संबोधन में हिंसाग्रस्त पूर्वोत्तर राज्य पर केवल तीन मिनट ही क्यों बोले. कांग्रेस की मणिपुर इकाई के वरिष्ठ प्रवक्ता निंगोम्बम बुपेंडा मेइती ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर प्रधानमंत्री से तीन सवाल करते हुए उनसे पूछा कि वह बृहस्पतिवार को अपने भाषण के दौरान मणिपुर की क्षेत्रीय अखंडता पर चुप क्यों थे? उनका तीसरा सवाल था कि वह (मोदी) मणिपुर का दौरा कब करेंगे.
एक्स पर की गई पोस्ट में मेइती ने कहा, ” प्रिय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, 1. आप लोकसभा में कल के अपने दो घंटे और 12 मिनट लंबे भाषण के दौरान मणिपुर पर मुश्किल से तीन मिनट ही क्यों बोले? 2. आप लोकसभा में मणिपुर की क्षेत्रीय अखंडता के मुद्दे को लेकर चुप क्यों रहे ? 3. आप मणिपुर कब आ रहे हैं ? ” लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्रधानमंत्री दो घंटे तक बोले, इस दौरान उन्होंने मणिपुर पर बोलने और वहां के लोगों का दर्द साझा करने के बजाय ज्यादातर समय कांग्रेस पार्टी की आलोचना ही की.
विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक दलों ने कहा कि उसने मणिपुर में जातीय हिंसा पर प्रधानमंत्री की ह्लचुप्पीह्व को तोड़ने के लिए अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था. जब प्रधानमंत्री मोदी लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान जवाब दे रहे थे तो विपक्षी सांसदों ने यह आरोप लगाते हुए लोकसभा से बहिर्गमन कर दिया कि उनके भाषण के पहले 90 मिनट में मणिपुर का कोई संदर्भ नहीं था.
इस बीच गुवाहाटी में, तृणमूल कांग्रेस की असम इकाई ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पूर्वोत्तर से केवल वोट चाहते हैं, लेकिन संकट के समय इस क्षेत्र का दौरा करने की जहमत नहीं उठाते. तृणमूल कांग्रेस की असम इकाई के अध्यक्ष रिपुन बोरा ने कहा, ” उन्होंने (मोदी) कहा कि वह नौ साल में 96 बार पूर्वोत्तर आये हैं, लेकिन संकट के समय नहीं आये तो क्या फायदा? वह असम बाढ. के दौरान नहीं आये. महीनों से मणिपुर जल रहा है, वह नहीं आये, न ही उन्होंने वहां अपना कोई मंत्री तैनात किया है. ”
राज्यसभा के पूर्व सदस्य बोरा ने कहा, ” भाजपा ने सोचा कि उनके पास पैसा है और वे वोट खरीद सकते हैं. वे इसका स्थायी समाधान निकालने को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं हैं. उन्होंने मणिपुर के लोगों की भावना का अपमान किया है. हम प्रधानमंत्री की उदासीनता और गैर-जिम्मेदाराना प्रतिक्रिया की निंदा करते हैं. ”