विपक्षी गठबंधन इंडिया के तहत कांग्रेस और आप के हाथ मिलाने से भाजपा बौखला गई है: गोपाल राय
नयी दिल्ली. आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के तहत कांग्रेस और आप के हाथ मिलाने से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बौखला गई है और इसके (भाजपा के) रणनीतिकार इस गठबंधन को तोड़ने के लिए उपाय तलाशने का प्रयास कर रहे हैं.
‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में आप के दिल्ली के संयोजक ने कहा कि वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की हार को सुनिश्चित करना जरूरी है अन्यथा देश में ‘लोकतंत्र नहीं बचेगा’. राय ने कहा कि मुंबई में इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) की बैठक में दिल्ली में आप और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर बातचीत होने की संभावना है.
उन्होंने कहा, ”आप विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का हिस्सा है और पार्टी की रणनीति अब गठबंधन की रणनीति से जुड़ी हुई है. दो बैठकें हो चुकी हैं. मुझे लगता है कि मुंबई में अगली बैठक में सीट-बंटवारे पर बातचीत होगी और अन्य एजेंडे पर चर्चा होगी.” उन्होंने कहा कि वहां तय किए गए फैसलों और फॉर्मूले के आधार पर अलग-अलग राज्यों के लिए रणनीति बनाई जाएगी. वरिष्ठ नेता ने कहा कि मुंबई बैठक की संभावित तारीख 31 अगस्त और एक सितंबर है.
उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर उनके उस बयान के लिए निशाना साधा जिसमें उन्होंने दिल्ली सेवा विधेयक को लेकर विपक्ष से कहा था,”केवल चुनाव जीतने के लिए कानून का विरोध करने या समर्थन करने की राजनीति में शामिल ना हों.” राय ने कहा,” वह कांग्रेस के आप के साथ आने से चिंतित हैं. वे महसूस कर रहे थे कि कोई नहीं बोलेगा, लेकिन उनके आकलन के विपरीत पूरा देश एकजुट हो गया.” उन्होंने कहा कि भाजपा को उम्मीद थी कि राज्य में विपक्ष पिछली बार की तरह असंगठित रहेगा, लेकिन अब वे बौखला गये हैं और उनके बड़े रणनीतिकार उपाय ढूंढ़ने का प्रयास कर रहे हैं.
राय ने कहा, ”राजनीति में तीन चरण हैं-लोग और उनकी उम्मीदें, पार्टी और इसकी उम्मीदें तथा देश. आज ऐसे हालात बन गये हैं कि पार्टियां और लोग अब कमतर हो गये हैं.” उन्होंने कहा कि यदि लोकसभा चुनाव के बाद कोई परिवर्तन नहीं हुआ तो लोकतंत्र नहीं बचेगा. उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से दिल्ली सरकार की नौकरशाही पर नियंत्रण का अधिकार केंद्र को देने के लिए लाए गए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (संशोधन) विधेयक-2023 का जिक्र करते हुए कहा कि देश बचाने के लिए लड़ना पार्टी और लोगों से अधिक अहम है.
उन्होंने कहा कि यह विधेयक लाकर केंद्र सरकार ने ”अंग्रेजों से भी बदतर” किया है. कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने हाल ही में बयान दिया था कि पंजाब में आप के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा. इस बारे में पूछने पर राय ने कहा, ”अगर किसी की निजी राय है, तो इसका समाधान पार्टी को निकालना होगा और यह कांग्रेस पार्टी का आंतरिक मामला है.” उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 केवल दलों के बीच मुकाबला नहीं है, बल्कि तानाशाही और लोकतंत्र के बीच लड़ाई है.