अधीर रंजन चौधरी का निलंबन सत्ता के अहंकार को दर्शाता है: खरगे
नयी दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी को निलंबित किए जाने को अलोकतांत्रिक और दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए बृहस्पतिवार कहा कि यह सत्ता के अहंकार को दर्शाता है. उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सदन का उपयोग चुनावी रैली के लिए किया है.
खरगे ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”धन्यवाद प्रधानमंत्री जी, आख.रिकार आपने मणिपुर हिंसा पर सदन में अपनी बात रखी. हमें भरोसा है कि मणिपुर में शांति बहाली की गति तेज. होगी, राहत शिविरों से लोग अपने घरों को लौटेंगे. उनका पुनर्वास होगा, उनके साथ इंसाफ होगा. आपने अगर अपना राजहठ और अहंकार पहले त्याग दिया होता तो संसद का कीमती समय बचता. अहम विधेयक अच्छी चर्चा के साथ पारित होते.”
उन्होंने कहा, ”हमें तकलीफ है कि मणिपुर हिंसा जैसे अभूतपूर्व मुद्दे पर विपक्ष को अविश्वास प्रस्ताव जैसे संसदीय हथियार का उपयोग करना पड़ा. लेकिन सदन का उपयोग भी आपने चुनावी रैली के रूप में किया.” खरगे ने कहा, ”आखिरी दौर में लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी का निलंबन किया गया जो बेहद अलोकतांत्रिक और दुर्भाग्यपूर्ण है. ये सत्ता के अहंकार और दुर्भावना को दर्शाता है. ये परंपरा संविधान और संसदीय लोकतंत्र दोनों के लिए बहुत घातक सिद्ध होगी. हम इसकी घोर निंदा करते हैं.”
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर हुई चर्चा के दौरान कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लेकर की गई कुछ टिप्पणियों और उनके आचरण के कारण बृहस्पतिवार को उन्हें सदन से निलंबित कर दिया गया और उनके खिलाफ इस मामले को जांच के लिए विशेषाधिकार समिति के पास भेज दिया गया.