हिमाचल प्रदेश चुनाव में भाजपा की सत्ता बरकरार रही तो समान नागरिक संहिता लागू होगी: शाह

28

सुलह. केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को कहा कि यदि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता बरकरार रहती है, तो जल्द ही समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को लागू किया जायेगा. उन्होंने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस द्वारा दी गई ‘‘10 गारंटी’’ का जिक्र करते हुए कहा कि लोग प्रतिष्ठित लोगों की गारंटी पर भरोसा करते हैं, जबकि विपक्षी दल की कोई प्रतिष्ठा नहीं है.

चुनाव प्रचार के अंतिम दिन कांगड़ा जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि 2014 में केंद्र में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से कोई घोटाला सामने नहीं आया जबकि विपक्षी दल के शासन में घोटालों की गिनती करना मुश्किल है.

उन्होंने कांग्रेस पर 2004-14 के बीच केंद्र में अपने 10 साल के शासनकाल में 12 लाख करोड़ रुपये के घोटालों में शामिल होने का आरोप लगाया और कहा कि पार्टी द्वारा दी जाने वाली गारंटी पर हिमाचल प्रदेश की जनता का कोई भरोसा नहीं होगा. शाह ने अपने भाषण में विकास और हिंदुत्व का भी जिक्र किया. उन्होंने यहां भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और मेडिकल कॉलेज स्थापित करने जैसे कदमों का हवाला देते हुए कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार और राज्य में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली सरकार ने हिमाचल प्रदेश के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी है.

उन्होंने कहा, ‘‘डबल इंजन सरकार ने हर क्षेत्र में विकास का इतिहास रचा है.’’ उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस ने दिल्ली में दशकों तक शासन किया, तो उसने सैन्यर्किमयों की ‘एक रैंक-एक-पेंशन’ संबंधी मांग पर कोई कदम नहीं उठाया, जबकि मोदी ने 2014 में सत्ता में आने के बाद इसे 2015 में लागू कर दिया था.

शाह ने कहा कि भाजपा ने अपने विकास कार्यों के कारण उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर जैसे कई राज्यों में अपनी सरकार बरकरार रखी है. उन्होंने दावा किया हिमाचल प्रदेश में भी पार्टी फिर से सरकार बनायेगी. भाजपा के वरिष्ठ नेता ने पाकिस्तान में आतंकी शिविरों पर र्सिजकल स्ट्राइक, अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण और मोदी सरकार के तहत कई पवित्र स्थलों के विस्तार और जीर्णोद्धार संबंधी कार्यों का जिक्र किया.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अनुच्छेद 370 के रूप में प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की ‘गलती’ को आगे बढ़ाया, लेकिन मोदी ने वर्ष 2019 में इसमें सुधार किया. उन्होंने पूछा, ‘‘कश्मीर हमारा है या नहीं? क्या अनुच्छेद 370 को खत्म किया जाना चाहिए था या नहीं?’’ शाह ने कहा, ‘‘10 साल तक जब कांग्रेस सत्ता में थी, तो पाकिस्तान हमारे जवानों के बिना सिर वाले पार्थिव शरीर वापस भेजता था और सरकार कभी भी एक शब्द तक नहीं बोलती थी.’’ उन्होंने उरी और पुलवामा हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि इनका करारा जवाब दिया गया.

युवाओं को सशस्त्र बलों में सेवा के लिए भेजने में हिमाचल प्रदेश के योगदान को स्वीकार करते हुए उन्होंने कहा कि परमवीर चक्र पुरस्कार विजेता मेजर सोमनाथ शर्मा और कैप्टन विक्रम बत्रा सहित कई बहादुर सैनिकों ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी.
शाह ने कांग्रेस पर तब भी राजनीति करने का आरोप लगाया जब कोविड के खिलाफ टीके लगाए जा रहे थे.

उन्होंने पूछा, ‘‘हर सुबह राहुल बाबा (राहुल गांधी) उठकर नकारात्मक ट्वीट करते थे…लेकिन लोगों ने उनकी (कांग्रेस) नहीं सुनी और हर व्यक्ति ने टीका लगवाया. टीका तो टीका है, जिसे इस देश के वैज्ञानिकों ने तैयार किया है, क्या उन्हें टीके में भी राजनीति करनी है?’’ शाह ने कहा कि लोगों की जान बचाने के बजाय कांग्रेस अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने में लगी थी.

प्रतिद्वंद्वी पार्टी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि लोग अक्सर पूछते हैं कि कांग्रेस के पास किस तरह के नेता हैं, जबकि भाजपा के पास मोदी, जय राम ठाकुर और अनुराग ठाकुर जैसे नेता हैं. कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी तथा उनके बेटे राहुल गांधी और कांग्रेस की हिमाचल प्रदेश इकाई की प्रमुख प्रतिभा सिंह और उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह के संदर्भ में, शाह ने कहा, ‘‘कांग्रेस के पास वहां भी मां-बेटा है और यहां भी.’’

शाह ने कहा, ‘‘यह एक परिवारवादी पार्टी है. इस पार्टी में मेहनती लोगों के लिए कोई जगह नहीं है. अगर आपको इस पार्टी में आगे बढ़ना है, तो आपको एक प्रमुख परिवार में पैदा होने की जरूरत है. शहजादा और राजकुंवर होना जरूरी है.’’ उन्होंने राहुल गांधी को याद दिलाया कि ‘‘हम एक लोकतंत्र में रहते हैं, राजा-रानी का समय समाप्त हो गया है.’’

शाह ने राम मंदिर मुद्दे पर भी कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘‘बताइए, जहां भगवान राम का जन्म हुआ, वहां भव्य मंदिर नहीं बनना चाहिए. लाखों लोगों ने अपने प्राणों की आहुति दी, लेकिन मंदिर नहीं बना था. कांग्रेस ने मामले को उलझाए रखा था.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अब भव्य मंदिर बन रहा है और जनवरी 2024 में बनकर तैयार हो जाएगा.’’ उन्होंने कहा कि काशी विश्वनाथ गलियारा जिसे औरंगजेब ने तबाह कर दिया था, उसके बाद से उसका निर्माण नहीं हुआ था और यही सरकार थी जिसने गलियारा बनाया.’’ उन्होंने कांग्रेस पर एक बार फिर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘हम वोट बैंक की राजनीति नहीं करते, लेकिन हम वोटबैंक से डरते भी नहीं हैं.’’