बांग्लादेश में सत्ता पलटने के बाद से ही हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे। बुधवार रात को एक बार फिर बांग्लादेश में हिंसा हुई। प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के राष्ट्रपति बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान के आवास पर पहुंचकर जमकर तोड़फोड़ की।
प्रदर्शनकारियों ने इमारत में न केवल तोड़फोड़ की बल्कि उसे आग के हवाले भी कर दिया। इससे भी बात नहीं बनी तो बुलडोजर चलवा दिया और साथ ही साथ भड़काऊ नारे लगाए गए, भाषण दिया गया।
क्यों बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर्रहमान के आवास को आग के हवाले किया गया
प्रदर्शनकारियों की तरफ से आवामी लीग पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है। हिंसक प्रदर्शनकारी यहीं नहीं रुके बल्कि कई हिंदुओं के घर भी निशाना बनाया गया है। ये तोड़फोड़, हिंसा उस समय की गई जब शेख हसीना अपने समर्थकों को ऑनलाइन संबोधित कर रहीं थी।
शेख हसीना ने कहा- ‘इमारत ध्वस्त कर सकते हैं लेकिन इतिहास नहीं’
पिता के घर पर हुए हमले को लेकर शेख हसीना ने कहा कि उनके पास अभी भी इतनी ताकत नहीं है कि वो राष्ट्रीय ध्वज, संविधान और उस आजादी को बुलडोजर से नष्ट कर सकें जिसे लाखों शहीदों के जीवन पर हासिल किया गया है। इसके साथ ही शेख हसीना ने कहा कि वो इमारत ध्वस्त कर सकते हैं लेकिन इतिहास नहीं। बुलडोजर से इतिहास नहीं मिटा करता।