नई दिल्ली में 1 फरवरी से शुरू होगा विश्व पुस्तक मेला, साहित्य और संस्कृति का उत्सव

इस बार प्रसिद्ध विश्व पुस्तक मेला नई दिल्ली के भारत मंडपम (प्रगति मैदान) में 1 से 9 फरवरी तक आयोजित होगा। यह पुस्तक मेला पहले से कहीं बड़ा और आकर्षक होगा। वहीं पुस्तक मेले के दौरान संविधान में निहित सिद्धांतों और लोकतांत्रिक मूल्यों को पुस्तकों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों तक पहुंचाया जाएगा।

विश्व पुस्तक मेले में पंकज त्रिपाठी, शशि थरूर, कुमार विश्वास, प्रकाश झा, पुष्पेश पंत जैसे प्रसिद्ध लेखक, अभिनेता और विचारक अपने विचारों और रचनाओं के माध्यम से दर्शकों से संवाद करेंगे। मुख्य आकर्षण हॉल नं. 5 में थीम पवेलियन होगा जहां भारत के गणतांत्रिक आदर्शों को प्रदर्शित किया जाएगा। वहीं हॉल नं. 4 में अंतरराष्ट्रीय प्रकाशक और लेखक अपने मंडप लगाएंगे जिससे लोग दुनियाभर के साहित्य और संस्कृति से परिचित हो सकेंगे। इस साल विशेष रूप से रूस से आई किताबों के माध्यम से रूस की साहित्यिक और सांस्कृतिक धरोहर का भी प्रदर्शन किया जाएगा।

हॉल नं. 6 में कथा वाचन, लेखन और वैदिक गणित जैसी कार्यशालाओं का आयोजन होगा और ब्रेल किताबों का मुफ्त वितरण किया जाएगा। इसके साथ ही फेस्टिवल ऑफ फेस्टिवल पहल के तहत विभिन्न पुस्तक महोत्सवों और साहित्यिक मंचों के आयोजन से भारत के साहित्यिक परिदृश्य का और विस्तार किया जाएगा।

इस बार पुस्तक मेले में ऑथर्स लाउंज नामक एक नया कार्यक्रम शुरू किया जाएगा जिसमें लेखक और साहित्यकार अपने विचार साझा करेंगे और विभिन्न साहित्यिक चर्चाओं का हिस्सा बनेंगे। इसके अलावा, रीडिंग प्लेज और क्विज प्रतियोगिता जैसी गतिविधियों के माध्यम से पाठकों को पढ़ने और ज्ञान प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। पुस्तक मेले का समय सुबह 11 बजे से शाम 8 बजे तक रहेगा और स्कूल यूनिफॉर्म में आने वाले छात्रों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए प्रवेश निःशुल्क होगा। यह पुस्तक मेला भारत मंडपम, प्रगति मैदान में आयोजित होगा जिसका निकटतम मेट्रो सुप्रीम कोर्ट स्टेशन है वहीं प्रवेश के लिए गेट 10, गेट 4 और गेट 3 से शटल सेवा उपलब्ध होगी।

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